पर आज नानी नहीं है और न ही वो बचपन, बस हैं तो कुछ ख़ुशनुमा यादें उनकी...! पर आज नानी नहीं है और न ही वो बचपन, बस हैं तो कुछ ख़ुशनुमा यादें उनकी...!
इस चूहे-बिल्ली की दौड़ में तुझे मेरी गोद मे ही शरण मिलती थी। मैं तुझे बचाते हुए इस चूहे-बिल्ली की दौड़ में तुझे मेरी गोद मे ही शरण मिलती थी। मैं तुझे बचाते हुए
सूनी गोद का बोझ इस संसार में इस बोझ से कहीं ज्यादा था। सूनी गोद का बोझ इस संसार में इस बोझ से कहीं ज्यादा था।
वह रोता हुआ अपनी मां के पास आता है। तो वह समझाते हुए कहती है कि तुम भगवान की गोद प्राप्त करो वह रोता हुआ अपनी मां के पास आता है। तो वह समझाते हुए कहती है कि तुम भगवान की गोद...
वो पापा का एहसान मानती थी कि उन्होने चाची को मुसीबत के समय सहारा दिया। वो पापा का एहसान मानती थी कि उन्होने चाची को मुसीबत के समय सहारा दिया।
उसका चेहरा पहचानने की अक्षमता रखता है।" उसका चेहरा पहचानने की अक्षमता रखता है।"