उसने साबित के दिया था कि तपस्या करने के लिए मन्दिर नहीं मन की आवश्यकता होती है। उसने साबित के दिया था कि तपस्या करने के लिए मन्दिर नहीं मन की आवश्यकता होती है।
संपूर्ण जीवन भलाई करते रहने का आखिर यह कैसा फल है……? संपूर्ण जीवन भलाई करते रहने का आखिर यह कैसा फल है……?
मुझे पता है कि तुम बड़े हो रहे हो, ये उम्र ही ऐसी है, जब सबसे ज़्यादा आनंद चुनौती को स्वीकार कर उसे ... मुझे पता है कि तुम बड़े हो रहे हो, ये उम्र ही ऐसी है, जब सबसे ज़्यादा आनंद चुनौत...
वह रोता हुआ अपनी मां के पास आता है। तो वह समझाते हुए कहती है कि तुम भगवान की गोद प्राप्त करो वह रोता हुआ अपनी मां के पास आता है। तो वह समझाते हुए कहती है कि तुम भगवान की गोद...
प्रेयसी का प्रेमी के नाम लिखा प्रेमपत्र जिसमें विरह की पीड़ा का मार्मिक चित्रण किया है....... प्रेयसी का प्रेमी के नाम लिखा प्रेमपत्र जिसमें विरह की पीड़ा का मार्मिक चित्रण क...
बार-बार उसे गाने के लिए उकसाकर उसकी तपस्या निष्फल कर देता था। वह बार-बार उसे गाने के लिए उकसाकर उसकी तपस्या निष्फल कर देता था। वह