अकबर बीरबल और फ़ोन
अकबर बीरबल और फ़ोन
एक बार अकबर ने निर्णय लिया कि उन्हें इक्कीसवीं सदी की तब्दीलियां अपनी आँखों से देखनी चाहिए ताकि वो अपनी रियाया के लिए जिंदगी आरामदेह बना सके।
उन्होंने अपने सिपाहियों को हुक्म दिया कि समय यंत्र का इस्तेमाल कर वे इक्कीसवीं सदी की सबसे कामयाब चीज उठाकर ले आये।
ऐसा ही हुआ, कुछ दिनों बाद शहशांह अकबर और उनके दरबार के नवरत्नों में सबसे होशियार और हाजिरजवाब बीरबल के सामने एक चुनौती खड़ी थी- “मोबाइल फोन।”
शहंशाह अकबर फोन को घूर कर देख रहे थे और बीरबल उसे चलाने की तरकीब सोच रहे थे। इसके लिए वो फोन को अलट-पलट कर देख रहे थे कि तभी फोन अनलॉक हो जाता हैं और इससे पहले कि बीरबल कुछ समझ पाते, फोन की गैलरी खुल गई।
गैलरी खुलते ही एक महिला की तस्वीर खुल गई जिसमें उसने एक जींस पहनी हुई थी।
उसे देखते ही अकबर ने कहा-“यह किस तरह की पोशाक है जो इन मोहतरमा ने पहन रखी है और इसका चित्र इसमें किस प्रकार बनाया गया है। बीरबल हमें इसका जवाब चाहिए।”
और बेचारे बीरबल आज तक इसका जवाब ढूंढ रहे हैं।
