अबार्शन
अबार्शन
बेचारी प्रियंका को उसकी सासु व उसका पती उस दिन से टॉर्चर कर रहे थे, जब से पता चला है कि उसके गर्भ में पल रहा भ्रूण एक लड़की है। उस पर हर दिन - हर वक्त बस एक ही दवाब दिया जा रहा था..."अबार्शन" कराले, हमें लड़की नहीं लड़का चाहिए।
प्रियंका ने भी कसम खा ली थी कि मर जायेगी पर अपनी बेटी को हर हाल में ये दुनियॉ दिखायेगी, इसीलिए बस वह चुपचाप अपनी सासु और पती के अत्याचार सह रही थी।
एक दिन तो प्रियंका की सास ने अत्याचार की सारी हदें पार कर दीं......।
अब प्रियंका से चुप न रहा गया, उसने रोते - चिल्लाते कह ही दिया -
'अगर आपकी मॉ ने भी अपना "अबार्शन" कराया होता तो क्या आज आप यहाँ मुझे पीट रहीं होती.... क्या आपके इस बेटे का अस्तित्व होता...?'
इतना सुनते ही मानो दोनों मॉ - बेटे को लकवा मार गया.....।