आहा! आहा! वाह, वाह!
आहा! आहा! वाह, वाह!
एक देश के नेता ने मुट्ठी हवा में लहरा कर कहा, 'दूसरे देश के लोग चाँद पर गये है। 10 साल के अंदर हम सूर्य पर अपना आदमी भेजेंगे। चूँकि सूर्य गर्म होता है। इसलिए हम रात को हमारे अंतरिक्ष यात्री वहाँ लैंड करेंगे। हमारा देश हमेशा से महान है, महान था, महान रहेगा।'जनता झूम उठी, आहा! आहा! वाह! वाह!
विरोधी देश के नेता ने वापस उसकी खिल्ली उड़ाई, 'वे लोग सूर्य तक कभी भी नहीं पहुँच सकते। अरे! सूर्य रात को निकलता ही नहीं।' इधर की जनता जोरों से हंस पड़ी, हा! हा! हा! वाह! वाह!
रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा आदि मुद्दे गौण हुए।
समझ में आया?
नहीं आया?
चलो, वापस समझाता हूँ।
इस राज्य के नेता ने उस राज्य के नेता को इंगित करते हुए कहा, ‘अभिनेता को गधे का प्रचार करना बंद कर देना चाहिए'
समर्थक झूम उठे, आहा! आहा! वाह! वाह!
क्या डायलॉग मारा है।
उस राज्य के नेता ने भी वापस जवाब दिया,
'उसको गधों से डर लगता है।
गधे अपने मालिक के वफादार होते हैं।'
इनके समर्थक भी झूम उठे, आहा! आहा! वाह! वाह!
क्या करारा जवाब दिया है।
रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा आदि मुद्दे गौण हुए।