ज़माना बदल गया है।
ज़माना बदल गया है।
बच्चे बिना बताये बुज़ुर्गों के पैर छुते थे,
अब सब बदल गया है।
लोग मेहमान घर आनेपर खुश होते थे,
अब सब बदल गया है।
पहले एकदूसरे के ग़म में लोग रोते थे,
अब सब बदल गया है।
पहले सब चटाइयोंपर चैन से सोते थे,
अब सब बदल गया है।
आज़ाद के दिन भी पहले क्या होते थे,
अब सब बदल गया है।