यह वक्त भी गुजर जाएगा
यह वक्त भी गुजर जाएगा
याद हैं?
याद हैं, वह दिन जब
सूरज आग उबलता था।
शायद, हमने उसके धरती को
कुछ ज्यादा दुख दे दिए थे इसलिए।
और उसके गुस्से के कारण
हम दिनों तक भूखे रहे थे।
पर फिर धरती ने हमारी सारी गलतियों
को नजर अंदाज कर उससे समझोता कर ही लिया।
आख़िर माँ जो ठहरी वह।
और वह दौर गुज़र गया।
वैसे ही,
कुछ देर से ही सही
मगर यह वक्त भी गुज़र जाएगा।
याद हैं, वह दिन जब
अपने गांव में बाढ आयी थी,
सरिता ने मानो पूरे गांव को
आपने बाहों में सिमट लिया हो
और छोड़ने का कोई इरादा ही नहीं।
फिर एक दिन
सूर्य देवता प्रसन्न हुए
और हमने हरियाली देखी।
वह दिन भी कट गए।
वैसे ही,
कुछ देर से ही सही
मगर यह वक्त भी गुज़र जाएगा।
शायद इस बार
हमारी गलतियां कुछ ज्यादा हो गई है।
इसलिए बड़े सीख दी जा रही है।
बस समझ पूरी होते ही
यह वक्त भी गुज़र जाएगा।
