Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Pinky Dubey

Abstract

3  

Pinky Dubey

Abstract

ये दिल भी कितना पागल है

ये दिल भी कितना पागल है

1 min
183


दुनिया बदल जाती हैइंसान बदल जाते हैं

रिश्ते बदल जाते हैं वक्त बदल जाते हैं

पर कुछ नही बदलता है तोह ये दिल

जो सीने मे धड़कता रहता है

कहते हैं कि इंसान की पहचान वक्त तय करता है

कौन बुरे वक्त मे साथ देता है और कौन नही

वक्त ऐसा है की दोस्त दुश्मन बन जाते हैं और दुश्मन दोस्त

वक्त ऐसी चीज है कि दुनिया हिला देता है

पल भर मे आसमानो पर बैठा है तो

पल भर मे जमीन पर गिरा देता है

वक्त कभी रुखत नही है चलता ही जाता है

कुछ पल वक्त के इतने हसीन रहते हैं कि दिल चाहता है कि वक़्त यहीं थम जाए

और कुछ वक्त ऐसे होते हैं कि दिल चाहता है कि जल्दी बीत जाए

यह दिल भी कितना बावरा है

समझता ही नही है कि वक्त के आगे कुछ नही चलता

वक्त दिलों को तोड़ता है और वक़्त दिलों को जोड़ता भी है

ये दिल भी कितना पागल है

चाह यही है कि एक न एक दिन मेरा भी वक्त बदल जाए।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract