वक्त
वक्त
पहचान है वक्त की बहुत बड़ी,
आदत है काफी पुरानी
आगे बढ़ता रहता सदा,
बस कभी रुकता नहीं।
जान लिया इतनी सी बात,
न कभी रुका है न कभी रुकेगा
जो न चल सकेगा इसके रफ़्तार के साथ,
उसका साथ छूटेगा।
बर्बाद न कर वरना पड़ेगा पछताना,
वक्त मौसम नही जो लौट आ जाता
सब जान के भी क्यों अनजान बन है बैठा,
वक्त आने पर वक्त यह भी समझा ही देगा।
आलस ही है तेरा बड़ा दुश्मन,
इसे करना तू अपने से दूर
कर लेना फिर वश में अपना मन,
साथ चलने पे हो जायेगा वक्त मजबूरI
कर्म कर, परिणाम सोच न जाना डर,
हार न मानना मुश्किल घडी हो अगर
सफलता उसी को प्राप्त है
जिसने की है वक्त की कदर,
वक्त अनमोल है इसका तू सही उपयोग करI
