anuradha nazeer
Drama
जिसको बागवान की
कृपा पर भरोसा है,
और उसके न्याय पर विश्वास है,
उसे संसार की कोई भी स्थिति,
विचलित नहीं कर सकती।
कोई
इन चीजों को र...
ज़िन्दगी का क...
प्यार दो
मूल्यवान
जीत
अपने काम से प...
सफलता
प्यार प्यार प...
प्यार की प्या...
हाथ जोड़ विनति करें सभी भक्तजन की जग जननी, मेरी शेरावाली मैय्या करा दे भवसागर से पार। हाथ जोड़ विनति करें सभी भक्तजन की जग जननी, मेरी शेरावाली मैय्या करा दे भवसागर से ...
उसके साथ का ख्वाब नहीं बस ख्वाबों में उसे देखना चाहूं , मेरा इश्क़ बस इतना सा है । उसके साथ का ख्वाब नहीं बस ख्वाबों में उसे देखना चाहूं , मेरा इश्क़ बस इतना सा...
रोज रोज भ्रष्टाचार के नये कीर्तिमान गढ़ रहे हैं रोज रोज भ्रष्टाचार के नये कीर्तिमान गढ़ रहे हैं
देश की राष्ट्रपति बनीं तो पूरे देश ने उनको स्नेह सम्मान दिया। देश की राष्ट्रपति बनीं तो पूरे देश ने उनको स्नेह सम्मान दिया।
प्रभु श्री राम के हनुमानजी आप बहुत ही चहेते है संकटमोचन महाबली हनुमानजी, आपको कहते हैं प्रभु श्री राम के हनुमानजी आप बहुत ही चहेते है संकटमोचन महाबली हनुमानजी, आपको...
रोग दोष, शोक संताप सबसे मिल जाती मुक्ति जो भक्त चुन लेता रास्ता इनकी भक्ति का। रोग दोष, शोक संताप सबसे मिल जाती मुक्ति जो भक्त चुन लेता रास्ता इनकी भक्ति का।
व्यर्थ का बोझ मत रख, अपने सिर पर जो लोग, रखते तुझ पर मित्र बुरी नजर व्यर्थ का बोझ मत रख, अपने सिर पर जो लोग, रखते तुझ पर मित्र बुरी नजर
सात फेरों के बाद, आज पिया मिलन की रात होगी।। सात फेरों के बाद, आज पिया मिलन की रात होगी।।
कर दिया पराया मुझे ब्याह के माँ मैं ये आंगन आज छोड़ चली कर दिया पराया मुझे ब्याह के माँ मैं ये आंगन आज छोड़ चली
इन सत्रह सालों में दुनियादारी की पूरी दास्ताँ ही जैसे मैंने इन तथाकथित बेग़ैरत लोगों इन सत्रह सालों में दुनियादारी की पूरी दास्ताँ ही जैसे मैंने इन तथाकथित ब...
जीवन के सब ही संकट हो जाएंगे, फुर्र-फुर्र एकबार बप्पा को दिल से करो, याद भरपूर जीवन के सब ही संकट हो जाएंगे, फुर्र-फुर्र एकबार बप्पा को दिल से करो, याद भरपू...
उस दिन होली थी और पुष्पमाला होली का उपहार थी। उस दिन होली थी और पुष्पमाला होली का उपहार थी।
वह कहने लगा कि इस 'सराय' में रात बिताना चाहता, वह कहने लगा कि इस 'सराय' में रात बिताना चाहता,
मैं हर दिन के नज़्म लिखूं या कुछ ही बस अहससात लिखूं? मैं हर दिन के नज़्म लिखूं या कुछ ही बस अहससात लिखूं?
मैं कुछ भी हो सकता हूं लेकिन अध्यापक कतई नहीं हो सकता हूं। मैं कुछ भी हो सकता हूं लेकिन अध्यापक कतई नहीं हो सकता हूं।
लद्दाखक्षेत्र में भेज सके, ये तो घुसपैठिए हजार है।। लद्दाखक्षेत्र में भेज सके, ये तो घुसपैठिए हजार है।।
जिंदगी तू ही बता क्यों दिया जन्म तूने मुझे ना कुछ लक्ष्य है ना कुछ खोना है ना कुछ पाना जिंदगी तू ही बता क्यों दिया जन्म तूने मुझे ना कुछ लक्ष्य है ना कुछ खोना है ना क...
गृहस्थी में तपस्वी तेज से ज्यादा है, तपन शीशे से ज्यादा नाजुक है, गृहस्थ जीवन गृहस्थी में तपस्वी तेज से ज्यादा है, तपन शीशे से ज्यादा नाजुक है, गृहस्थ जीवन
जिनसे रखी यारियाँ थी, वो भी चल बसे इस कदर कि कभी वापस न आए। जिनसे रखी यारियाँ थी, वो भी चल बसे इस कदर कि कभी वापस न आए।
महिषासुर ने दुर्गा को देखकर ज़ोर से अट्टहास लगाया। महिषासुर ने दुर्गा को देखकर ज़ोर से अट्टहास लगाया।