उठा कदम
उठा कदम
आज तू गिरा है कल उठेगा
मत रुक उठा एक नया कदम
यह बेरहम दुनिया
बनेगी रुकावट
पर मत रुक
ले कसम
उठा एक नया कदम
मत घबरा इन तानो से
मत घबरा इन लोगो से
आज तेरे खिलाफ बोल रहे है
कल जब बड़ा बन जाएगा
कल यही लोग तेर लिए बोलेगे
मत रुक
ऊठा कदम अपनी मंज़िल की ओर
मंज़िल पाना है तोह काटे भी मिलेगे
पर है जूनून कुछ कर दिखाने का
कुछ जिंदगी मे बनने का
तो मत रुक उठा कदम
तेरी कोशिश तेरा जूनून
नामुमकिन को भी मुमकिन कर देगा
बसठान ले
उठा कदम
और चल अपने मंज़िल की ओर
माना आज तो बिखरा है
एक रोज निखरेगा
आज सूरज डला है तो क्या
कल सूरज फिर निकलेगा
मत रुक
उठा कदम चल अपनी मंज़िल की ओर.