उनकी याद
उनकी याद
आज ये कैसा दिन आया,
जिसने अपनो से ही दूर कर दिया।
जिसके बिना रह न पाते थे एक भी पल,
आज उन्ही के बिना बिता रहे हैं इतने कदम।
रास्ते हो गए वीरान, घरो में आ गई बहार,
पर कुछ लोगों की यादे अब भी सताऐ बार - बार।
क्या करे इस मन का जो अपने जो अपने बस मे ना आए,
बार - बार उनसे मिलने की बहाने बनाए।
