Rituja Singh Baghel
Romance
उनका फूल
इमारतें बना देता है,
यादों की..
कि तभी
भरभरा कर
गिर जाती है
छत और मेरे
ख़्वाब धराशायी
दिखने लगते हैं
भले ही सताये तुझे ये जमाना। कभी न अकेला मुझे छोड़ जाना।। भले ही सताये तुझे ये जमाना। कभी न अकेला मुझे छोड़ जाना।।
तुम मेरी सोच का एक हिस्सा हो चुकी हो, मेरी रूह तक को हो चुकी हो अपनी। तुम मेरी सोच का एक हिस्सा हो चुकी हो, मेरी रूह तक को हो चुकी हो अपनी।
दूर दूर तक----- मेरे दिल की नर्म ज़मी पर। दूर दूर तक----- मेरे दिल की नर्म ज़मी पर।
असीर तेरी आंखों का मैं राब्ता चाहता हूं, तू है कि अर्श से नीचे उतरता ही नहीं है। असीर तेरी आंखों का मैं राब्ता चाहता हूं, तू है कि अर्श से नीचे उतरता ही नहीं ...
प्रेम में डूबी लड़की भरोसे के लायक नहीं होती वह कुछ भी कर सकती है। प्रेम में डूबी लड़की भरोसे के लायक नहीं होती वह कुछ भी कर सकती है।
मैं तो आवारा नदी तुम सागर हो, सहारा दो. मैं तो आवारा नदी तुम सागर हो, सहारा दो.
तुम्हारा प्रेम काफी है, मुझे किसी का सहारा नहीं है तुम्हारा प्रेम काफी है, मुझे किसी का सहारा नहीं है
घर के बाहर धूम मचाती आई मित्रों की टोली है गुब्बारे लग जाए तो, बुरा न मानो होली है.. घर के बाहर धूम मचाती आई मित्रों की टोली है गुब्बारे लग जाए तो, बुरा न मानो ह...
ये बहार, ये कलिया, ये गुलशन खिला है, पर में तो खिली हू तेरे प्यार के रंग में। ये बहार, ये कलिया, ये गुलशन खिला है, पर में तो खिली हू तेरे प्यार के रंग में।
धूप छांव की खट्टी मिट्टी सी जिंदगी... एहसास है कुछ अनकहे बातों की, धूप छांव की खट्टी मिट्टी सी जिंदगी... एहसास है कुछ अनकहे बातों की,
ये आईना बडे ही गज़ब की चीज़ हैं.. अच्छे अच्छों का चरित्र एक पल में दिखा जाता हैं ! ये आईना बडे ही गज़ब की चीज़ हैं.. अच्छे अच्छों का चरित्र एक पल में दिखा जाता ...
और ऐसे दहशत न फैलाओं, वैसे आपके साथ मसअला क्या है ? और ऐसे दहशत न फैलाओं, वैसे आपके साथ मसअला क्या है ?
चाय और तुम सिर्फ इसी दायरे में नज़र आते हो चाय और तुम सिर्फ इसी दायरे में नज़र आते हो
घायल भी हम हुए और ताउम्र के सजावार भी हम। घायल भी हम हुए और ताउम्र के सजावार भी हम।
कभी किसी की चाह में फिर उसे मिलने की राह में! कभी किसी की चाह में फिर उसे मिलने की राह में!
मगर तेरी आंखों से लगा रहा है कि तूने झूठ बोलना ही छोड़ दिया। मगर तेरी आंखों से लगा रहा है कि तूने झूठ बोलना ही छोड़ दिया।
इस जन्म में मुमकिन नहीं शायद! अगले जन्म में, मैं सिर्फ तेरा हूँ ! इस जन्म में मुमकिन नहीं शायद! अगले जन्म में, मैं सिर्फ तेरा हूँ !
ना जाने ये दिल कितना तड़प रहा है इस नशे की प्यास बुझाने आ जल्द मेरी नीलकमल ! ना जाने ये दिल कितना तड़प रहा है इस नशे की प्यास बुझाने आ जल्द मे...
ढूँढता हूँ ख़्वाब अपने राज़ मेरा कौन छाने ढूँढता हूँ ख़्वाब अपने राज़ मेरा कौन छाने
दीदार-ए-इश्क़ का मज़ा नशे सा है। दीदार-ए-इश्क़ का मज़ा नशे सा है।