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Saumya Singh

Abstract Inspirational

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Saumya Singh

Abstract Inspirational

उम्मीद की किरण

उम्मीद की किरण

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रात के अंधेरे के बाद

सुबह का उजाला आया

ख़्वाबों में घिरा मन

नींद के चंगुल से बाहर आया

सूरज की लाल किरणों से

इस नयी सुबह

मन ने फिर एक नयी उम्मीद पायी

और बीती बातों में उलझे सपनों ने

उम्मीद की एक और किरण पायी

सपनों ने उड़ने के लिए नये पंख पाये

और जीवन के अंधेरे से निकल उजाले में आये।



ଏହି ବିଷୟବସ୍ତୁକୁ ମୂଲ୍ୟାଙ୍କନ କରନ୍ତୁ
ଲଗ୍ ଇନ୍

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