STORYMIRROR

Pooja Raghavnsh

Romance

2  

Pooja Raghavnsh

Romance

तू

तू

1 min
151


जाने ये क्या एहसास है

बनते बिड़गते से मेरे जज़्बात है

है खबर की तू ज़िन्दगी के सफर

का साथ नहीं है

फिर भी


तुझसे बेहतर मुझे कोई आता

नज़र नहीं है

तेरे सिवा किसी की बातें भाती नहीं है

तुझ बिन सूना सा है

ज़िन्दगी का ये आंगन


तू मेरा नहीं दिल इस पर

यकीन करता नहीं है।

आसमां से माँगू दुआओं में

तुझको

अब मन इस ज़िद पे अड़ने लगा है।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance