तू हुई ना मेरी तो क्या
तू हुई ना मेरी तो क्या
तू हुई ना मेरी तो क्या
मेरे दिल में तेरा प्यार आज भी है।
तेरी आवाज़ सुन ना पाऊं तो क्या
मेरे कानो में तेरा सुर आज भी है।
तेरा दीदार कर ना पाऊं तो क्या
मेरी नज़रों में तेरी हर एक झलक आज भी है।
तेरे गेसुओं से खेल ना पाऊं तो क्या
उस पल का नशा आज भी है।
तेरे आंसू ना बटोर पाऊं तो क्या
उन आंसुओ का हिसाब मेरे पास आज भी है।
तेरे मन की बात जान ना पाऊं तो क्या
उन बातों को जान ने की चाहत आज भी है।
तेरा इंतज़ार कर ना पाऊं तो क्या
बीते उस इंतज़ार का मज़ा आज भी है।
तू हुई ना मेरी तो क्या
मेरे दिल में तेरा प्यार आज भी है।

