तुम्हारा स्थान सबसे ऊंचा है
तुम्हारा स्थान सबसे ऊंचा है
हर पल
जिनकी दुआओं में
हम रहते है
हमारी
छोटी सी छोटी जरुरत
पल में हल कर देती है
भले ही वह
दर्द से क्यों न वह गुजरती हो
आह उनका कभी न सुन पाते हैं
सबकुछ
लुटाकर अपने बच्चों पर
सुकून की सांस वह लेती है
रखती नहीं
आस , पर कर्तव्य समझ
हरपल वह नेह लुटाती है
डांट अक्सर
भले ही कड़वी लगती हो
जीवन राह में दिशा दी जाती है
तुम्हारी सीख
हमारे जीवन में हरपल
राह बनाती रहती है
हाँ माँ तुम
किसी चमत्कार से कम नही
तुम्हारा स्थान सबसे ऊंचा है।