स्वतंत्रता दिवस
स्वतंत्रता दिवस
पंद्रह अगस्त को है भारत में पावन दिवस,
हुई पूर्णिमा उदय,मिटा गुलामी की अमावस।
लगभग दो सौ वर्षों की गुलामी व दासता के बाद,
भारत महान देश हुआ अंग्रेजों से आजाद।।
1947 का यह दिन बड़ा था महान,
आजाद हुई वसुंधरा,लगे मन भावन।
उमंगों की खुशियों संग बौछार हुई,
वीर भूमि जब खातिर देश न्योछावर हुई।।
आजाद हिन्द फौज नेता सुभाष ने जब हुंकार भरी,
भगत सिंह आजाद अशफाक से सेना फ़िरंगी डरी।
आजादी खातिर वीरांगनाएँ भी पीछे नहीं रही,
आह्वान किया तो वीर प्रसुता भूमि जंग में डटी रही।।
स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिये,
कर परास्त उन फिरंगियों को धूल में मिला दिये।
देश खातिर कईयों राखी खोई,तो कईयों ने सिन्दूर लुटा दिये,
कईयों ने अपना सब कुछ लुटा घर बार उजाड़ दिये।।
हर वर्ष हर्षोल्लास से पावन दिवस मनाया जाता है,
देश की बलिवेदी पर न्योछावर वीरों को याद किया जाता है।
राजधानी समेत पूरे देश में उमंग छा जाता है,
जब देश का स्वतंत्रता दिवस, पंद्रह अगस्त को आता है।।