स्वतंत्रता दिवस
स्वतंत्रता दिवस
पंद्रह अगस्त उन्नीस सौ सैन्तालीस,
हुआ हमारा भारत अंग्रेजों से आजाद।
मार भगा अंग्रेजों को,हुआ खालिस,
मुक्ति पाकर हमारा भारत हुआ आजाद।
दो सौ वर्षों की गुलामी थी हमने झेली,
प्राप्त करने आजादी खून की होली थी खेली।
कई वीर-वीरांगनाओं ने न्योछावर किये प्राण,
देश खातिर बलिवेदी पर चढ़ा दिये प्राण।
सुभाष भगत आजाद बिस्मिला अशफाक,
समक्ष अंग्रेजों की योजनायें हुई जरा खाक।
लक्ष्मी झलकारी भीम उदा उधम बिरसा गाँधी,
ढह गये अंग्रेज बुरी तरह,जो चली आजादी की आँधी।
देश आजाद है पर क्या हकीकत में आजाद है ?
विश्व व्यापी समस्याओं से घिरा हुआ आज ये आबाद है।
मिटा दो इन सभी ज्वलंत समस्याओं को समूल से,
तब होगा भारत देश हकीकत में आजाद।