STORYMIRROR

Nikita Naresh

Abstract Fantasy Inspirational

2  

Nikita Naresh

Abstract Fantasy Inspirational

सुकून की तलाश

सुकून की तलाश

1 min
175

सभी अपने ज़िंदगी में शांत है,

जबकी सबको सुकून की तलाश है।

चाहे कितना ही मुसीबत का सफ़र क्यों ना हो,

सबको मुस्कुराना ही आता रास है।

निराशा के पल किसके ज़िंदगी में नहीं आते?

पर जीतते वही है जो हार नहीं मानते।

भले ही क्यों ना छाए दुख के बादल,

खुशी के सूरज को हमेशा है जगाते।

उम्मीद से ही हासिल होगी मंजिल,

चाहे कोई भी हो मुश्किल।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract