सत्य
सत्य
मैं सत्य हूँ
मैं यादों का वो हिस्सा हूँ जो कभी नहीं मिटता
मैं सत्य हूँ
मैं दोस्तों की भरी महफ़िल का वो नशा हूँ जो
कभी न उतरे
मैं सत्य हूँ
मैं हृदय की वो अनुभूति हूँ जो शब्दों में बयॉं न हो
मैं सत्य हूँ
मैं पावन गंगा का वो बहाव हूँ जो कभी नहीं रुकता
मैं सत्य हूँ
मैं निर्मल भावनाओं के सागर की उछलती मौजें हूँ
मैं सत्य हूँ
मैं पवित्र गीता का वह सुंदर अध्याय हूँ जो सब को
राह दिखाये
मैं सत्य हूँ
मैं किसी ज्वालामुखी सा भीतर तेज़ तपता रहता हूँ
मैं सत्य हूँ
मैं मासूम आँखों की अश्रु धारा में हरदम छलकता हूँ
मैं सत्य हूँ
मैं किसी कवि की क़लम की स्याही में बहता रहता हूँ
मैं सत्य हूँ
मैं किसी चित्रकार के मोहक रंगों में निखरता रहता हूँ
मैं सत्य हूँ
मैं बादलों में छिपे चॉंद की चाँदनी सा श्वेत उजाला हूँ
मैं सत्य हूँ
मैं किसी उड़ते नादान परिंदे की उड़ान सा एक
अहसास हूँ
मैं सत्य हूँ
मैं तुझ में हूँ और तेरी चारों ओर तेरे हर पहलू में हूँ ।
मैं सत्य हूँ
मैं ममता भरी माँ के आँचल की छाँव सा शीतल हूँ
मैं सत्य हूँ
मैं सुंदर हूँ , मैं शिव हूँ, मैं उजागर जीवन का
आधार हूँ
