अपना परिचय जाेडे
बादलों से बाते करते हुए, किरणों से खेलते हुए , सितारों को छूने की ख्वाहिशें मन में लिए बादलों से बाते करते हुए, किरणों से खेलते हुए , सितारों को छूने की ख्वाहिशें मन म...
रूह से रूह बांध रही थी. कुछ दिन मुलाकातों का यूँ ही सिलसिला चलता रहा। रूह से रूह बांध रही थी. कुछ दिन मुलाकातों का यूँ ही सिलसिला चलता रहा।
कितनी अनकही कहानियों की किताब सी ये ज़िंदगी की खामोशियों का ख़ज़ाना है गीत का घर ! कितनी अनकही कहानियों की किताब सी ये ज़िंदगी की खामोशियों का ख़ज़ाना है गीत का घर...