Adil Ahmad
Romance
उन्हें मालूम था मोहब्बत का हर एक सलीक़ा
पहली थी मोहब्बत समझ नहीं आया यह सलीक़ा।
हर कुछ सीखने का तजुर्बा था आपको
हमें भी सिखाया, यह मोहब्बत का सलीक़ा।
ज़िन्दगी
हर दिल अज़ीज़
सलीक़ा ए मोहब्...
क्या मिला मुझ...
जिसके चेहरे पर हमेशा सैकड़ों चेहरा रहा। जिसके चेहरे पर हमेशा सैकड़ों चेहरा रहा।
जो भी तुम्हें रोकना चाहे उखाड़ फेंकना तुम उन्हें। जो भी तुम्हें रोकना चाहे उखाड़ फेंकना तुम उन्हें।
ज़िंदगी भर जीवन का अच्छा दान दे जाता हैं ! ज़िंदगी भर जीवन का अच्छा दान दे जाता हैं !
नित्य परिवर्तन यहाँ पर, जो मिला अभिनव रहा ! वक्त ने बाँधा वचन से, कट रहा निर्वाह में नित्य परिवर्तन यहाँ पर, जो मिला अभिनव रहा ! वक्त ने बाँधा वचन से, कट रह...
चुप के से कुछ कह गए हां कहीं तो कुछ है। चुप के से कुछ कह गए हां कहीं तो कुछ है।
तुम जीवन संगिनी बन देना हर बार साथ ! तुम जीवन संगिनी बन देना हर बार साथ !
बिना बोले,समझाए,सब कुछ समझ आ जाये,वो ही प्रेम कहलाये। बिना बोले,समझाए,सब कुछ समझ आ जाये,वो ही प्रेम कहलाये।
ये तेरी आँखें मुझे दीवाना बना देती हैं, और तेरी मुस्कान परवाना बना देती हैं । ये तेरी आँखें मुझे दीवाना बना देती हैं, और तेरी मुस्कान परवाना बना देती हैं ।
ढलती हुई शाम, तुम्हारे बांहों के दरमियान, ढलती हुई शाम, तुम्हारे बांहों के दरमियान,
प्रेम विश्वास है! प्रेम मन का श्रंगार है! प्रेम मन का दर्पण है! प्रेम विश्वास है! प्रेम मन का श्रंगार है! प्रेम मन का दर्पण है!
सृजन का आधार प्यार है, प्यार से ही है संसार। सृजन का आधार प्यार है, प्यार से ही है संसार।
वो जो कहते हो हर बार "तुम हमको भुला दो"! "तुम मेरे कौन हो" यह तो बता सकते हो ? वो जो कहते हो हर बार "तुम हमको भुला दो"! "तुम मेरे कौन हो" यह तो बता सकते ह...
प्रेम प्रीत की माला से, बंधता रिश्ता जिधर। प्रेम प्रीत की माला से, बंधता रिश्ता जिधर।
साथ निभाए रखना तुम तो , पा जाएंगे कूल ! नयन झुकें तब लाज समेटे , बांहे दे गलहार ! साथ निभाए रखना तुम तो , पा जाएंगे कूल ! नयन झुकें तब लाज समेटे , बांहे ...
जितना भी शेष जीवन है तुम संग बिताने आई धूप।। जितना भी शेष जीवन है तुम संग बिताने आई धूप।।
कभी ईश्वर स्थान पर आपने हमें जो बिठाये थे। कभी ईश्वर स्थान पर आपने हमें जो बिठाये थे।
वा मेरी मोहब्बत.. मोहब्बत है तुमसे.. है ...बेइंतहा हमसे मगर कहोगे नही ! वा मेरी मोहब्बत.. मोहब्बत है तुमसे.. है ...बेइंतहा हमसे मगर कहोगे नही !
जैसे नाज़ुक दिल के संग ये धड़कनें चलती हैं हाँ मेरे अंतर्मन में तुम यूँ शामिल हो राधा। जैसे नाज़ुक दिल के संग ये धड़कनें चलती हैं हाँ मेरे अंतर्मन में तुम यूँ शामिल ह...
अपने सीने में सदा तुझे ही अब मैं रखूँगा, जीवन के हर मोड़ पे तुझे ही मैं चाहूँगा । अपने सीने में सदा तुझे ही अब मैं रखूँगा, जीवन के हर मोड़ पे तुझे ही मैं चाहूँग...
ना तुम मिलते हों ना हम मिलते है, पर मेरी अनकही बीती कहानी हो तुम। ना तुम मिलते हों ना हम मिलते है, पर मेरी अनकही बीती कहानी हो तुम।