सिर्फ तुम
सिर्फ तुम




सुबह हो तुम,
मेरी शाम भी तुम।
खुशिया हो तुम,
और दर्द भी तुम।
आखों से अपनी मदहोश करते हो,
अपनी मुस्कान से जान लेते हो तुम।
सुरीली आवाज हो,
जिंदगी का साज हो तुम।
अपने मिठे बोलो से अपना बना लेते हो तुम।
जीवन मेरा सवारते हो जब,
मुझे बाहों में अपनी भरते हो तुम।
हाथों में हाथ लेकर चुमते हो जब,
हर थकान दूर कर देतो हो तुम।
प्यार हो मेरा और जिंदगी भी तुम,
रहते हो हमेशा मेरे दिल में बस तुम ही तुम।