शीतयुद्ध
शीतयुद्ध
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
विश्व परिदृश्य दो साढ़ भिड़े
संयुक्त राष्ट सम्मान रक्षा
चली जूम वार्ता की दौर
विश्व युद्ध की महत्ता
चपेट में बाजार लोकतन्त्र साम्यवाद
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
साम्यवाद सैम लंबा खेले
ताक रहा ड्रैगन
मौका मिलते ही
दूसरो की पाट दो
सैम इंटरनेट मिसाइल दागे
साम्यवाद मीडिया बैठे तैयार।
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
यूक्रेन पे रूसी हमला
शीतयुद्ध पुराने बुरे दिन
सताती पूरी दुनिया
तनाव पसारे पूरी दुनिया
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
दूसरी विश्वयुद्ध आदि सदी
आहट कदमों की
रोंगटे खड़ी सबकी
विखंडन शीतयुद्ध खत्म
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
उम्मीदें ढेर सारी
दुनिया एक ध्रुवीय
मसले सुलझे अपने आप
इतिहास अंत की शुरुआत
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
राजनीतिक विकाश
अंतिम परिणीति
कुछ हुआ नही ऐसा
पुराने दुखों मुक्त
तलाशे नई गम
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
सभ्यताओं की टकराव
घटनाक्रमों की दौर
सूंघते बीते दशक
ठंडे बस्ते जा चुके
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
शीतयुद्ध की वापसी
साम्यवाद नहीं
अंकल सैम और ड्रैगन
ड्रैगन का पता नहीं
अंकल सैम गंभीर
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
क्वाड संगठन नीले समुंदर
बयार शीतयुद्ध माना
अचानक बदले समीकरण
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
नया शीतयुद्ध खड़ा वही
पिछला चिरनिंद्रा भंग
सैम साम्यवाद व नाटो
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
शीतयुद्ध खत्म कहा
बस एक नरम दौर
गरम हो वापस आया
साम्यवाद यूक्रेन युद्ध
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
कलको खत्म भी हो
ताजा तनाव उभरे
छूटनेवाली नही छाप
जो बच जाए
वो है शीतयुद्ध
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
साम्यवाद यूक्रेन पुरानी अदावत
साम्यवाद संघ की ग्रंथि
कई इलाके अधीन
पुतिन बने सम्राट दिखे
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
साम्यवाद नाटो न पहुंचे द्वार
दिक्कतें अंकल सैम बड़ी
विश्व व्यवस्था हाथ पाव मार
एक सिरे उलझे लगातार
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
अफ़गिस्तान बाद ना मुद्दा
ना ही कोई मंच मिला
खड़े हो मुनादी पिटे
नया शीतयुद्ध नया मकसद
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
शीतयुद्ध वैसा ही
जैसे पिछला था
साम्यवाद नाटो व अंकल सैम
साम्यवाद विस्तारवादी
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
21वी सदी नया
पुराने 20वी सदीवाले
नया शीतयुद्ध
शीतयुद्ध पुराने
अलग बहुत
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
एक दूसरे खिलाफ
खड़ी अलग अलग
दो विचारधाराएं
राजनीतिक आर्थिक सामाजिक
व्यवस्था अलग अलग
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
एक तरफ
सोवियतसंघ साम्यवाद
दुनिया की गति
परम सत्य
कुछ समय कुछ कदम
दुनिया उसकी मुट्ठी में
फागुv की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
दुरी तरफ
अंकल सैम माने
खुला समाज लोकतंत्र
पूरी दुनिया अंतिम नियती
दुनिया का कल्याण
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
साम्यवाद देखे
दुनिया का भविष्य
अंकल सैम देखे
दुनिया की खुशहाली
पूंजीवादी ही संभव
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
45साल बीतते बीतते
साम्यवाद लगा हाफने
अंत गिरकर ढेर
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
पूरी दुनिया तेजी लगा गले
अपनाया पूंजीवादी खुशहाली
साम्यवादी चीन
दिल में बसाया पूंजीवादी
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
21वी सदी खड़े जहां
परस्पर रंजिश पलनेवाली
विचारधाराएं नहीं
लम्बे समय ऊर्जा
देती थी वो शीतयुद्ध
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
बात नही सिर्फ
साम्यवाद की विदा की
अंकल सैम भी
लोकतंत्र की निष्ठा
बाबत न नजर आते
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
उदारवाद भी अब हवा होता
लोकतंत्र गायन का सरगना
बनता था
हम पता नहीं अगर
विचारधाराओं की रंजिश नही रही
नया शीतयुद्ध कैसा हो?
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार
कार्लमार्क्स की याद
कहा था मार्क्स
इतिहास दुबारा घटित होती
पहली बार त्रासदी
दूसरी बार विद्रूप
फागुन की शुरुआत
लहर तीसरी करोना
जिसकी उम्मीद बने
अच्छे दिन ना आए
अभी उबर ना पाए
पुतिन् नुमा कृत्य
दहल गया संसार।
