STORYMIRROR

नमस्कार भारत नमस्ते@ संजीव कुमार मुर्मू

Action Inspirational Thriller

4  

नमस्कार भारत नमस्ते@ संजीव कुमार मुर्मू

Action Inspirational Thriller

शीतयुद्ध

शीतयुद्ध

4 mins
406

फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


विश्व परिदृश्य दो साढ़ भिड़े

संयुक्त राष्ट सम्मान रक्षा

चली जूम वार्ता की दौर 

विश्व युद्ध की महत्ता

चपेट में बाजार लोकतन्त्र साम्यवाद


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


साम्यवाद सैम लंबा खेले

ताक रहा ड्रैगन 

मौका मिलते ही 

दूसरो की पाट दो

सैम इंटरनेट मिसाइल दागे

साम्यवाद मीडिया बैठे तैयार।


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


यूक्रेन पे रूसी हमला

शीतयुद्ध पुराने बुरे दिन

सताती पूरी दुनिया

तनाव पसारे पूरी दुनिया


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


दूसरी विश्वयुद्ध आदि सदी

आहट कदमों की

रोंगटे खड़ी सबकी

विखंडन शीतयुद्ध खत्म


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


उम्मीदें ढेर सारी

दुनिया एक ध्रुवीय

मसले सुलझे अपने आप

इतिहास अंत की शुरुआत


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


राजनीतिक विकाश 

अंतिम परिणीति

कुछ हुआ नही ऐसा

पुराने दुखों मुक्त

तलाशे नई गम


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


सभ्यताओं की टकराव

घटनाक्रमों की दौर

सूंघते बीते दशक

ठंडे बस्ते जा चुके


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


शीतयुद्ध की वापसी

साम्यवाद नहीं

अंकल सैम और ड्रैगन

ड्रैगन का पता नहीं

अंकल सैम गंभीर


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


क्वाड संगठन नीले समुंदर

बयार शीतयुद्ध माना

अचानक बदले समीकरण


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


नया शीतयुद्ध खड़ा वही

पिछला चिरनिंद्रा भंग

सैम साम्यवाद व नाटो


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


शीतयुद्ध खत्म कहा

बस एक नरम दौर

गरम हो वापस आया

साम्यवाद यूक्रेन युद्ध


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


कलको खत्म भी हो

ताजा तनाव उभरे

छूटनेवाली नही छाप

जो बच जाए

वो है शीतयुद्ध


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


साम्यवाद यूक्रेन पुरानी अदावत

साम्यवाद संघ की ग्रंथि

कई इलाके अधीन

पुतिन बने सम्राट दिखे


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


साम्यवाद नाटो न पहुंचे द्वार

दिक्कतें अंकल सैम बड़ी

विश्व व्यवस्था हाथ पाव मार

एक सिरे उलझे लगातार


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


अफ़गिस्तान बाद ना मुद्दा

ना ही कोई मंच मिला

खड़े हो मुनादी पिटे

नया शीतयुद्ध नया मकसद


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


शीतयुद्ध वैसा ही

जैसे पिछला था

साम्यवाद नाटो व अंकल सैम

साम्यवाद विस्तारवादी


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


21वी सदी नया

पुराने 20वी सदीवाले

नया शीतयुद्ध

शीतयुद्ध पुराने

अलग बहुत


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


एक दूसरे खिलाफ

खड़ी अलग अलग

दो विचारधाराएं

राजनीतिक आर्थिक सामाजिक

व्यवस्था अलग अलग


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


एक तरफ

सोवियतसंघ साम्यवाद

दुनिया की गति

परम सत्य

कुछ समय कुछ कदम

दुनिया उसकी मुट्ठी में


फागुv की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


दुरी तरफ

अंकल सैम माने

खुला समाज लोकतंत्र

पूरी दुनिया अंतिम नियती

दुनिया का कल्याण


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


साम्यवाद देखे 

दुनिया का भविष्य

अंकल सैम देखे

दुनिया की खुशहाली 

पूंजीवादी ही संभव


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


45साल बीतते बीतते

साम्यवाद लगा हाफने

अंत गिरकर ढेर


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


पूरी दुनिया तेजी लगा गले

अपनाया पूंजीवादी खुशहाली

साम्यवादी चीन

दिल में बसाया पूंजीवादी


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


21वी सदी खड़े जहां

परस्पर रंजिश पलनेवाली 

विचारधाराएं नहीं

लम्बे समय ऊर्जा 

देती थी वो शीतयुद्ध


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


बात नही सिर्फ

साम्यवाद की विदा की

अंकल सैम भी

लोकतंत्र की निष्ठा

बाबत न नजर आते


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


उदारवाद भी अब हवा होता

लोकतंत्र गायन का सरगना

बनता था

हम पता नहीं अगर

विचारधाराओं की रंजिश नही रही

नया शीतयुद्ध कैसा हो?


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार


कार्लमार्क्स की याद

कहा था मार्क्स

इतिहास दुबारा घटित होती

पहली बार त्रासदी

दूसरी बार विद्रूप


फागुन की शुरुआत

लहर तीसरी करोना

जिसकी उम्मीद बने

अच्छे दिन ना आए

अभी उबर ना पाए

पुतिन् नुमा कृत्य

दहल गया संसार।


এই বিষয়বস্তু রেট
প্রবেশ করুন

Similar hindi poem from Action