“सही है” जो सही नहीं
“सही है” जो सही नहीं
तुम हमेशा सही हो, सही तो नहीं
हाड़ मांस के बंदे हो, ख़ुदा तो नहीं
हाँ में हाँ मिलाकर “ अभी” बनाते हो आसान
आगे चलकर सबको पहुँचाओगे सिर्फ़ नुक़सान
सच्चा शुभचिंतक वही जो सही राह दिखायेगा
सलाह मानने से , आपका चरित्र व आत्मविश्वास उभर कर आएगा
तोड़ दो बनावटी मानसिक दीवारों को
ज्ञान लो, ज्ञान बाँटों, निरंतर विकसित करो स्वयं व संस्थानों को।