शब्द
शब्द


कोई शब्द नहीं बयां करते
दर्दे दिल को ,
कोई शब्द नहीं बयां करते
किसी के टूटे ख़्वाब को ,
कोई शब्द बयां क्यों नहीं करते
टूटे विश्वास को,कोई शब्द बयां क्यों नहीं करते
एक माँ की आस को,कोई शब्द बयां नहीं करते
एक अबला की आवाज को,कोई शब्द बयां नहीं करते
एक दरिद्र के टूटते स्वास को।।