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Rita Jha

Abstract Classics Inspirational

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Rita Jha

Abstract Classics Inspirational

शैलपुत्री माता

शैलपुत्री माता

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आया आया नवरात्रि का त्योहार आया।

घर-घर में शुचिता व भरपूर भक्ति समाया।।

मन में लोगों की कितनी उमंगे हैं छायी।

माँ भवानी प्रथम दिन शैलपुत्री बन आयी।।


पावन मन संग सब सनातनी पूजा करेंगे।

श्रद्धा भक्ति से माता की आराधना करेंगे।।

जल पवित्र कलश में भरकर, स्थापना करेंगे

पंच अनाज छींटेंगे, अखंड ज्योति जलाएँगे।


लाल लाल फूल के सुबह सुबह तोड़ लाएँगे।

माता को भाता जैसा,वैसा हार ही बनाएँगे।

लाल गोटे वाली चुनरी मैया को पहनाएँगे।

सोलहों श्रृंगार करके माता का रूप सजाएँगे


पहले दिन से सब भक्ति रस में डूब जाएँगे।

माता की वंदना ,आरती करके सुख पाएँगे।

ऐसा शुभ दिन दो वर्ष के बाद फिर से आया

पूजा पंडालों में भी माँ का रूप सजाएँगे।


व्रत अपनी श्रद्धा व शक्ति के अनुरूप करेंगे।

शक्ति के पहले स्वरूप की पूजा कर खुश होंगे।।

हमारी माता तो है सर्वव्यापी और सर्वज्ञाता।

पूजे जो जन मन से दुख क्लेश सब मिट जाता।।


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