STORYMIRROR

Nitu Mathur

Inspirational

4  

Nitu Mathur

Inspirational

सच्चा रिश्ता

सच्चा रिश्ता

1 min
258


मैं समझ गयी हूँ वो सब बातें 

जो माँ ने मुझे बतायी थी 

पास अपने बिठाकर जो 

प्यार से समझायी थी 

मन नहीं था तब 

फिर भी सुने जा रही थी 

मगर आज वो सभी बातें 

मेरे कानों में गूंज रही थीं 

जब गोद में मेरी बिटिया 

मुझे माँ कहकर पुकार रही थी 

सहसा यह सोचकर सिहर जाती हूँ मैं 

क्यूँ बेटी बनकर भी माँ से 

बहुत दूर चली जाती हूँ मैं 

ना बेटी बनकर पास रही 

ना माँ बनकर रह पाउंगी 

पर ममता का ये रिश्ता 

मैं सच्चे मन से निभाउंगी ।


         


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational