STORYMIRROR

Hardik Mahajan Hardik

Inspirational

4  

Hardik Mahajan Hardik

Inspirational

सब कुछ करना

सब कुछ करना

1 min
305

सब कुछ करना 

ज़िंदगी से ना उलझना,

उलझ गए गर तो 

फ़िर सुलझ नहीं पाओगे।


समय जगत का मातृ में 

समस्या का निर्माण 

करना,प्रकृति के दृश्यों 

से समय का सम्मान करना।


निर्गुण हो व्यापक 

उसमें जल परिवर्तन 

करना,कठोर परिश्रम 

का ज़िंदगी में निर्णय करना।


योग्यता का स्थान गत से , 

भीतर परिवर्तित करना

स्थानीय का उल्लेख 

अपने उल्लेखों से तत पर 

उल्लेख सदाबहार करना।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational