सब कुछ करना
सब कुछ करना
सब कुछ करना
ज़िंदगी से ना उलझना,
उलझ गए गर तो
फ़िर सुलझ नहीं पाओगे।
समय जगत का मातृ में
समस्या का निर्माण
करना,प्रकृति के दृश्यों
से समय का सम्मान करना।
निर्गुण हो व्यापक
उसमें जल परिवर्तन
करना,कठोर परिश्रम
का ज़िंदगी में निर्णय करना।
योग्यता का स्थान गत से ,
भीतर परिवर्तित करना
स्थानीय का उल्लेख
अपने उल्लेखों से तत पर
उल्लेख सदाबहार करना।