साथ
साथ
वक्त वक्त की बात है,
वक्त की ही घात है
दुश्मन है बैठा पात पात है,
हाथ में नहीं हाथ है
फिर भी निभाना साथ है,
साथ में जो, नाथों के नाथ है।
वक्त वक्त की बात है,
वक्त की ही घात है
दुश्मन है बैठा पात पात है,
हाथ में नहीं हाथ है
फिर भी निभाना साथ है,
साथ में जो, नाथों के नाथ है।