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Vishal patil Verulkar

Romance

3  

Vishal patil Verulkar

Romance

रांझा हीर

रांझा हीर

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203

तेरा मेरा साथ आज

हीर रांझा सा हो गया


एेकबार तुझसे क्या मिला

तो मैं तेरा हमसाया हो गया


तेरे सुंदर रुप को देखते ही

मेरे मन का समुंदर हो गया


रात भर तेरी तस्वीर लेकर

तेरे सपनों मे खोता चला गया


तेरे प्यार के चक्कर में कभी

आशिक तो कभी आवारा हो गया


अब तो बस कर तडपाना मुझे

रात भर जागकर मैं बिमार हो गया


क्यूँ करते हो इतनी खामोश महोब्बत

मैं तो अपना प्यार तुझे दिखाता गया।


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