रांझा हीर
रांझा हीर
तेरा मेरा साथ आज
हीर रांझा सा हो गया
एेकबार तुझसे क्या मिला
तो मैं तेरा हमसाया हो गया
तेरे सुंदर रुप को देखते ही
मेरे मन का समुंदर हो गया
रात भर तेरी तस्वीर लेकर
तेरे सपनों मे खोता चला गया
तेरे प्यार के चक्कर में कभी
आशिक तो कभी आवारा हो गया
अब तो बस कर तडपाना मुझे
रात भर जागकर मैं बिमार हो गया
क्यूँ करते हो इतनी खामोश महोब्बत
मैं तो अपना प्यार तुझे दिखाता गया।

