पत्ते🌿🍀....
पत्ते🌿🍀....


फूलों पर मोहित न होना,
पत्ते ये पाठ पढ़ाते है।
सुंदरता उपयोगिता में,
अंतर ये स्पष्ट कराते है।।
उधार की सांसें मुझसे ले कर,
खुशबू पर लोग क्यों ललचाते हो।
छाया भी मुझसे पाते,
थक जब पथ पर जाते हो।।
हरियाली की उत्त्पत्ति मुझसे,
हारना मैंने जाना नहीं।
तेरा हित चाहा मैंने हरदम,
पर तू कभी माना ही नहीं।।
जपता हर प्रहर हर-हर हरि,
ना हर मिले हरि नहीं।
कर्म बिना फल तू खोजे,
(हरिहर कहते-)
कर्मों से बड़ा फल कोई नहीं।।