STORYMIRROR

Garima Jain

Romance

4  

Garima Jain

Romance

प्रेम

प्रेम

1 min
335

आप और आपकी हर बात मेरे लिए ख़ास है,

हाथों में आपका हाथ हो बस यही आस है ।

इश्क़ का मशवरा कुछ इस क़दर हसीन सा लगने लगा,

आपके साथ बिताया हर लम्हा, वक्त के साथ और भी बहतरीन सा लगने लगा ।

आपके साथ हर शाम - ए - महफ़िल का ख़ुबसूरत अंदाज हैं,

यही शायद प्यार का पहला एहसास है।


Rate this content
Log in

More hindi poem from Garima Jain

Similar hindi poem from Romance