प्रेम से सब संभव
प्रेम से सब संभव
टूटना
टूट
कर
बिखर
जाना
चकनाचूर
हो
जाना
उदास
होना
रोना
तड़पना
और
फिर
प्रेम
को
अपना
हथियार
बनाकर
खुद
को
मजबूत
करना
हंसना
गाना
जुड़
जाना
और
फिर
जीवन
को
आनंद
में
जीना
प्रेम
से
हीं
संभव
हो
पाता
है।
टूटना
टूट
कर
बिखर
जाना
चकनाचूर
हो
जाना
उदास
होना
रोना
तड़पना
और
फिर
प्रेम
को
अपना
हथियार
बनाकर
खुद
को
मजबूत
करना
हंसना
गाना
जुड़
जाना
और
फिर
जीवन
को
आनंद
में
जीना
प्रेम
से
हीं
संभव
हो
पाता
है।