Ajay Singla

Abstract

5.0  

Ajay Singla

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पंच तत्व

पंच तत्व

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आकाश की ऊंचाई और उसका अद्भुत विस्तार

मन की ऊँची उड़ान और ढेर सारा प्यार


वायु की तीव्रता और तेजी से रुख मोड़ना

सांस अंदर लेना और बहार छोड़ना


अग्नि की गर्मी और उसका तेज

पेट की भूख और खाने की सेज


जल की शीतलता और समुद्र की गहराई

मन की शुद्धता और आत्मा की सफाई


पृथ्वी का सब भार अपने ऊपर सहना

मुश्किलों से लड़ना और परिवार की तरह रहना


हर एक तत्व हमारे शरीर में अलग महत्व पाता है

पांच तत्व से बना ये शरीर अंत में उसी में विलीन हो जाता है


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