फर्ज निभाए
फर्ज निभाए
बस इतनी सी दुआ है
कि लोग अब समझदारी दिखाएं,
कोरोना मुक्त देश बनाएं,
कभी जहाँ मिट्टी से हाथ धोये जाते थे
आज तो साबुन है हर घर,
तो धोये हाथ अच्छे से
भगाए कोरोना का डर।
न छेड़ें चहरे को अपने
ताकि केरोना वायरस शरीर में न जाने पाए,
न आए जाए करीब किसी के
दूर से करे हाय! बाय!
हो सके तो न निकले घर से अपने
ये जिम्मेदारी है हमारी
बेवकूफी पर अपनी न होशियारी दिखाए
अफवाहें न फैलाएं।
बाहरी वायरस के साथ
देश से ही नहीं अपने भीतर से भी
ऐसे मैल हटाएं,
अपने भीतर रखो स्नेह
चलो कोरोना से कुछ सीखा जाए
इसी तरह लोगों में आपसी प्रेम फैलाएं
गलत विचार गलत काम का अंजाम बुरा हो सकता है
तो अच्छे विचार अच्छे काम का क्याें नहीं?
कोरोना से खुद को और अपने देश को
असहनीय पीड़ा से बचाएं
सब अपना फर्ज निभाएं
जागरूक नागरिक बने और बनाएं
अपना फर्ज निभाएं।