ओ वुमनिया
ओ वुमनिया
सभी को खुश रखती हो तुम
थोड़ा खुद का खयाल भी रख लो।
दिन रात काम करती हो तुम
थोड़ा आराम भी कर लो।
सबकी पसंद को लेकर खाना बनाती हो
थोड़ा तुम्हारी पसंद का भी बना लो।
सबके मुँह पर मुस्कान लाने केलिए तड़पती हो
जरा अपनी मुस्कान भी सजा लो।
सभी के पसंद के गाने तुम्हे पता है
जरा तुम भी गुनगुनाया करो।
अरे बहू, भाभी, पत्नी, माँ हो तुम तो क्या हुआ
जरा खुद बच्ची के तरह जिलो।