ओ मेरी फूलझड़ी
ओ मेरी फूलझड़ी
ओ मेरी फुलझड़ी
खुद से लड़ी,
खुद को गढ़ी,
मुझे लगता है, अब
तुम हो गयी बढ़ी
ये तो अभी शुरुआत है,
आने वाली है अभी तो
सफलताओं की अनेकों झड़ी
तू ही तो है , हमारे खुशियों की अनमोल
कड़ी .............
ओ मेरी फुलझड़ी
ओ मेरी फुलझड़ी
खुद से लड़ी,
खुद को गढ़ी,
मुझे लगता है, अब
तुम हो गयी बढ़ी
ये तो अभी शुरुआत है,
आने वाली है अभी तो
सफलताओं की अनेकों झड़ी
तू ही तो है , हमारे खुशियों की अनमोल
कड़ी .............
ओ मेरी फुलझड़ी