ओ आसमान से
ओ आसमान से
हो मेरी प्यारी
अभी अभी आई थी
आसमान से
कमल की नयनों वाली
फूलों के जैसे
खूब हो
तुम्हारी आधरों से
मिले मंद हास
ओ मेरी सखी
तू कहाँ हो
आसमान से गिरी हुई
बूँद के जैसे हो
तू कौन हो
देवता के जैसे
धिक्काती हो
हो मेरी प्यार
तुम कहाँ हो।