नये पुराने रिश्ते
नये पुराने रिश्ते
नये नये रिश्ते
जोड़ना
पुराने रिश्तों को
तोड़ना
नये नये पौधे
लगाना
पुराने पौधों को
उजाड़ना
कहीं कोई समझदारी, वफादारी,
जिम्मेदारी, दोस्ती और
इंसानियत नहीं
परिपक्वता की यह निशानी
नहीं
जिन्दगी की सुहानी कहानी नहीं
नई बांसुरी पर बजती धुन
पुरानी नहीं
अपने ही पदचिन्हों को मिटाती
धूल भरी चिंगारी कोई
कुछ नया करो
पुराने को साथ लिये
जिन्होंने उम्र भर साथ
निभाया
आखिरी मोड़ पर
न मुंह फेरो
न उनका हाथ छोड़ो
गिरोगे फिर
मुंह के बल तुम भी
कहीं से जो दिल तोड़ोगे
किसी का
अजनबी भीड़ की चाहत में
फिर उसी में से
किसी दगाबाज से
तुम भी एक जोर का
धक्का खाओगे
जबरदस्त धोखा पाओगे।