नया साल
नया साल
नए साल की नई उमंगें
नए जोश का नया सवेरा
सीख नई लेनी है नित दिन
भ्रमर गीत हो शुभ संगीत
ढूंढ रहे इतिहास नया है
जो चुप था, गुम था हर दिन
भोर भए शुभ दिन आएंगे
नए साल की नई उमंगे
नए जोश का नया सवेरा II
पिछला छोड़, अगाड़ी झांके
अब गलती को नहीं दोहराएं
आगे बढ़ते- बढ़ते जाएं
विकसित भारत सफल बनाएं
अमृतकाल को ऐसा मनाएं
विश्व पताका हम पहराएं
भारत की धरती को हम सब
मिलकर सुंदर स्वच्छ बनाएं
नए साल की नई उमंगे
नए जोश का नया सवेरा II
वेद पुराणों की वाणी को
ऐसी एक मिसाल बनाएं
जिसके बल हम चढ़े शिखर पर
मानवता का उत्कर्ष बनाएं
ऐसा हर एक नया साल हो
नए लक्ष्य और नए उद्देश्य को
सब मिल सरल, सफल, साकार बनाएं
गर्व हमें ऐसा हो हर दिन
भारत की भारतीयता पर इठलाएं
सबको मिल साथ चले हम
वसुधैव कुटुंबकम को अपनाएं
सत्य,अहिंसा, शांति दूत बन
दुनिया को हम रह बताएं
नए साल की नई उमंगे
नए जोश का नया सवेरा II
महापुरुषों के आदर्शों से
अपने पथ को सुगम बनाएं
संतों की वाणी से सबको
मानवता का पाठ पढ़ाएं
ऐसा हो हम सब का प्रण कि
भारत को हम महान बनाएं
जग में ख्याति रहे हमारी
औरों को भी हम ललचाए
चलकर डगर कठिन हम सीचें
भारत का हम मान बढ़ाएं
करें तिरंगे का सम्मान
सबका साथ सबका विकास हो
सबका विश्वास और सबका प्रयास हो
ऐसा सुंदर राष्ट्र बनाएं
विश्व बंधुता को अपना कर
हम सब आगे बढ़ते जाएं
नए साल की नई उमंगे
नए जोश का नया सवेरा II