नसीहत
नसीहत


लोगों की बातों पर वक्त जाया न कर
ये कुछ अपने हैं, उन्हें पराया न कर
उसकी गली में, होंगे कई मकान
यूँ हर किसी के घर जाया न कर
यूँ बेवजह मोहब्बत किसी पर लुटाया न कर
जो चला गया, उसे वापस बुलाया न कर
जिस्म तो बहुत हैं, इस जमाने में
मगर सच्ची मोहब्बत को यूँ ठुकराया न कर