निःस्वार्थ बलिदान
निःस्वार्थ बलिदान
निःस्वार्थ बलिदान
आलिंगन और प्यार करने वाली
माँ अगर कोई है वो लोरी बिना
मुआवजे के खिलाएगी खुशी
वह हमें बिना नींद के हमेशा
बनाए रखेगा स्वीकारना धिक्कार है,
बेझिझक चिपक जाएगा
जाहिर तौर पर पदोन्नति की कमी है।
