'नेह के धागे'
'नेह के धागे'
यम भी टेक देते हैं घुटने जिनके आगे,
दुनिया में होते हैं कुछ ऐसे नेह के धागे।
अरे !सारी शोहरतें कदमों में होते हुए भी,
बहन न हो तो महसूस करते हैं अभागे।
दुआएँ बहन की कभी खाली नहीं जाती,
उनके असर से तो बंद किस्मत भी जागे।
यकीन रेशम के धागे पे मुकम्मल रखना,
ये हर ख़्वाब पूरा कर सकता है,बिन मांगे।
हिम्मत है, हौसला है, है हर खुशी की रंगत,
कमजोर नहीं पड़ने पाएं ये मजबूत तागे।
निलय! रिश्ते ही हैं असल पूँजी याद रहे,
बाकी सब तो है माटी इन रिश्तों के आगे।।
