बहन न हो तो महसूस करते हैं अभागे बहन न हो तो महसूस करते हैं अभागे
तिरस्कार होता उनका अपने ही घर में, कोई उम्मीद ना फिर बचती उनके मन में। तिरस्कार होता उनका अपने ही घर में, कोई उम्मीद ना फिर बचती उनके मन में।