नदियों का प्रदूषण
नदियों का प्रदूषण
नदिया भारतवर्ष में मां का दर्जा है पाती, नदियां हमारी प्यास हमेशा है बुझाती,
नदिया हमारी खेती की सिंचाई है करती, नदियां पृथ्वी के अंदर के जलस्तर को है बढ़ाती,
नदियां हमारे औद्योगिक संयंत्रों को जल आपूर्ति हैं करती नदियां हमारे प्रतिदिन कार्यों के लिए जल की आपूर्ति है करती,
नदियां हमारे जीवन के अस्तित्व को बचाने का कार्य है करती नदियां हमें स्वच्छ पीने का जल प्रदान है करती,
नदियों को हमने अत्यंत खतरनाक स्तर तक प्रदूषित कर है दिया,औद्योगिक खतरनाक रसायन जल व कचरे को भी हमने नदियों में मिला है दिया,
नदियों में शहरों के कचरे व प्रदूषित जल को हमने मिला है दिया, नदियों में हमने अपने घरों के कचरे को भी मिला है दिया,
नदियों को हमने अपने कार्यों से प्रदूषित कर है दिया, नदियों को हमने स्वच्छ जल के बजाय गंदे नालों में तब्दील कर है दिया,
दोस्तों यदि हम अभी नदियों को प्रदूषण से नहीं बचाएंगे, यदि हम नदियों को गंदे नालों में तब्दील होने से नहीं रोकेंगे,
नदियों को यदि हम इसी प्रकार प्रदूषित करते रहेंगे ,नदियों को यदि हम स्वच्छ नहीं करेंगे तो हमारा भविष्य खतरे में होगा और मानव अस्तित्व बचाना संभव नहीं होगा,
मानव को अब जागना होगा, नदियों को प्रदूषण से बचाना होगा, अपना अस्तित्व बचाना होगा, नदियों को प्रदूषण मुक्त करना होगा,
नदिया नदिया भारतवर्ष में मां का दर्जा है पाती नदिया हमारी प्यास हमेशा है बुझाती!
