मुझको भाता है
मुझको भाता है
साफ-सुथरा शुभ सा, लिबास मुझको भाता है
राहे होगी सब सरल, प्रयास मुझको भाता है।
चांदनी ये रात हैं, रहो ना तुम करीब ही
यूं हमेशा साथ दो, तू पास मुझको भाता है।
माँ, खुशी का पल मुझे, तू साथ देती जब मेरा
तब लुभावना सा एहसास मुझको भाता है।
दोस्त वो चला गया, मैं भी हुई अकेली तब
कोई संगी ना ये मन उदास मुझको भाता है।
ये जो एहसास हैं, तेरा सभी ही कोनों में
ऐ खुदा, रहे तू आस-पास मुझको भाता है।