मोहब्बत
मोहब्बत
मोहब्बत वो नहीं जो सुबह बिस्तर से शुरु हो,
और रात बिस्तर पर खत्म हो जाए,
मोहब्बत वो नही जो जिस्म से शुरु हो,
और हवस पर खत्म हो जाए,
कुछ बातें होती है जिन्हें जानना जरुरी होता है,
वैसे ही मोहब्बत मे एक दुसरे को पहचानना जरुरी होता है,
कुछ बातें मनवानी पड़ती है ,
कुछ मानना जरुरी होता है,
कुछ बातें समझनी पड़ती है,
कुछ समझाना जरुरी होता है ,
ज़रूरी नही पुरा वक़्त दो आप उसे अपना,
मगर कुछ वक़्त उसके लिये निकलना जरुरी होता है,
इतनी भी दुरी मत रखो की ,दूर होना मजबुरी हो जाए,
तुझसे बेहतर ,तुझसे दुरी हो जाए,
क्यूंकी मेरी जान
मोहब्बत वो नही जो सुबह बिस्तर से शुरु हो,
और बिस्तर पर चाहत पूरी हो जाए।

