मंजिल
मंजिल
धूप में खड़ा ताक रहा
दूर एक रास्ता
एक मजदूर मजबूर
फिर चल दिया
बस मंजिल की ओर कहता हुआ
मेरी मंजिल मेरी मंजिल
धूप में खड़ा ताक रहा
दूर एक रास्ता
एक मजदूर मजबूर
फिर चल दिया
बस मंजिल की ओर कहता हुआ
मेरी मंजिल मेरी मंजिल